क्या हो रहा है वायरल: सोशल मीडिया पर एक फोटो वायरल हो रही है, जिसमें एक महिला सब्जी के ढेर के बीच बैठी दिख रही हैं।
दावा किया जा रहा है कि ये इंफोसिस की को-फाउंडर सुधा मूर्ति हैं। अरबों की संपत्ति होने के बाद भी वे साल में एक बार सब्जी बेचती हैं।
और सच क्या है ?
- इंफोसिस की को-फाउंडर सुधा मूर्ति की इंटरनेट पर फोटो सर्च करने से यह पुष्टि हुई की वायरल हो रही फोटो उन्हीं की है। पड़ताल के अगले चरण में हमने उस दावे की पड़ताल की जो फोटो के साथ किया जा रहा है।
- फोटो को गूगल पर रिवर्स सर्च करने से हमें ऐसी कोई रिपोर्ट नहीं मिली। जिससे पुष्टि होती हो कि सुधा मूर्ति साल में एक बार सब्जी बेचती हैं।
- अलग-अलग कीवर्ड सर्च करने से हमें Banglore Mirror की वेबसाइट पर सुधा मूर्ति का एक इंटरव्यू मिला। इसमें सुधा मूर्ति ने बताया था कि वे साल में 3 बार सुबह चार बजे उठकर एक असिस्टेंट के साथ राघवेंद्र स्वामी मंदिर में सेवा करने जाती हैं। सुधा मंदिर के किचन और बगल में स्थित कमरों को साफ करती हैं। अपने असिस्टेंट की मदद से ही वे सब्जियों और चावल की बड़ी बोरियों को मंदिर के स्टोर रूम में पहुंचाने में मदद करती हैं।
- सुधा मूर्ति के इंटरव्यू से स्पष्ट हो रहा है कि वायरल हो रही फोटो में वे सब्जी नहीं बेच रही हैं। बल्कि राघवेंद्र स्वामी मंदिर में सेवा करने गई हैं। सोशल मीडिया पर फोटो को गलत दावे के साथ शेयर किया जा रहा है।
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