राजधानी दिल्ली के लोग कोरोना मरीजों की बढ़ती संख्या को लेकर दहशत में है। कोरोना से लगातार 6 दिनों से दिल्ली में 100 से अधिक लोगों की मौत हो रही है। लेकिन दिल्ली सरकार दिल्ली में कोरोना पीड़ितों की संख्या में कमी आने की बात कह रही है। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने बुधवार को बुराड़ी में कहा कि दिल्ली में अब पॉजिटिविटी रेट कम हो रहा है।
उन्होंने कहा कि दिल्ली में पॉजिटिविटी रेट 15.2 प्रतिशत तक हो गया था और अब यह घट कर 10 प्रतिशत पर आ गया है और यह जल्द ही इससे नीचे चला जाएगा। जैन यहां बुराड़ी अस्पताल में केंद्रीय अपशिष्ट भंडारण स्थल का उद्घाटन करने पहुंचे थे। साथ ही 20 वेंटीलेटर से युक्त आईसीयू बेड अस्पताल को समर्पित किया।
मंत्री जैन ने कहा कि दिल्ली में तीसरी लहर का पीक 7 नवंबर को था और अब यह धीरे धीरे नीचे आ रहा है। उन्होंने कहा कि मैं भगवान से प्रार्थना करता हूं कि दिल्ली में अब और कोई लहर नहीं आए। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि शनिवार तक आईसीयू बेड को 20 से बढ़ा कर 50 कर दिया जाएगा। इस दौरान जैन पीपीई किट पहन कर कोरोना वार्ड में भी गए और मरीजों से मिल कर उनका हाल-चाल जाना।
उन्होंने अस्पताल में मिल रही सुविधा का मरीजों से फीडबैक लिया। जैन ने कहा कि आज बुराड़ी हॉस्पिटल को शुरू हुए पूरे 4 महीने हुए हैं । 25 जुलाई को इसका उद्घाटन हुआ था और आज 25 नवंबर है। पिछले 4 महीनों में इस अस्पताल ने काफी तरक्की की है और 1000 मरीजों का उपचार किया है।
भाजपा कार्यकर्ताओं का एलएनजेपी अस्पताल के बाहर प्रदर्शन
अस्पतालों में मरीजों के साथ अमानवीय व्यवहार हो रहा, इस्तीफा दें जैन: भाजपा
दिल्ली में कोरोना महामारी, प्रदूषण और अब कड़ाके की ठंड से लोग जूझ रहे हैं, लेकिन दिल्ली सरकार अपने अस्पतालों में दिल्ली-वासियों को स्वास्थ्य सुविधाएं देने में नाकाम साबित हो रही हैं। एलएनजेपी अस्पताल में कोरोना मरीजों के साथ हो रहे अमानवीय व्यवहार के खिलाफ बुधवार को दिल्ली भाजपा महामंत्री कुलजीत सिंह चहल के नेतृत्व में भाजपा के सैकड़ों युवा कार्यकर्ताओं ने अस्पताल के बाहर प्रदर्शन कर दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन के इस्तीफे की मांग की।
इस प्रदर्शन में प्रदेश उपाध्यक्ष अशोक गोयल देवराहा, प्रदेश युवा मोर्चा अध्यक्ष वासु रूखड़ सहित प्रदेश और जिले के अनेक पदाधिकारियों ने हिस्सा लिया। प्रदेश महामंत्री कुलजीत सिंह चहल ने कहा कि केजरीवाल सरकार मरीजों का जीवन बचाने में पूरी तरह विफल रही है।
पहले भी जब केजरीवाल सरकार से दिल्ली की हालत नही संभले तो संभाले तो केन्द्रीय गृह मंत्री माननीय अमित शाह को हस्तक्षेप करना पड़ा और अब एक बार फिर से अमित शाह को दिल्ली-वासियों को बेहतर उपचार मिले इसके लिये आना पड़ा है।
केजरीवाल सरकार के अंतर्गत आने वाले नामी अस्पताल एलएनजेपी में कोरोना मरीजों को नंगा रख कर और हाथ-पैर बांध कर इलाज किया जा रहा है। मरीजों के साथ ये कैसा अमानवीय और मर्यादित व्यवहार कर रही है केजरीवाल सरकार? इन स्थितियों के लिये जिम्मेदार सत्येंद्र जैन को स्वास्थ्य मंत्री के पद पर रहने का कोई अधिकार नहीं है।
प्रदेश उपाध्यक्ष अशोक गोयल देवराहा ने कहा कि एलएनजेपी अस्पताल की यह घटना केजरीवाल सरकार की बदहाल स्वास्थ्य व्यवस्थाओं का प्रत्यक्ष प्रमाण है। यह बेहद शर्मनाक है कि मुख्यमंत्री केजरीवाल सिर्फ अपने प्रचार में व्यस्त है, उन्हें जनता की समस्याओं से कोई मतलब नहीं है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया दिल्ली के लोगों को यह कहकर धोखा दे रहे हैं कि स्थिति नियंत्रण में है और सभी के लिए अस्पतालों में पर्याप्त बेड उपलब्ध हैं।
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