बिना किसी गारंटी लोन देकर चीनी एप युवाओं को फंसा रही है, जो कोई इनके मकड़जाल में फंसता है, उसके लिए लोन के जंजाल से बाहर निकलना मुश्किल होता है। एप कर्मचारी लोन रिकवरी के लिए उसकी बदनामी सामाजिक तौर पर करते हैं। उसके मोबाइल में मौजूद सभी कांटेक्ट पर फोन करके उसे फ्रॉड बताकर, लोन नहीं चुकाने वाला कहते हैं।
इसी तरह के दबाव में आकर द्वारका सेक्टर 23 इलाके के शाहबाद मोहम्मदपुर गांव में रहने वाले हरीश ने जान दे दी। घटना पिछले साल की है। हरीश के मोबाइल पर आए एक फोन को जब उसके पिता तो उठाया तब जाकर पूरे मामले का खुलासा हुआ। फोन करने वाले व्यक्ति ने कहा था लोन कब तक चुकाओगे। महज 3000 हैं।
अगर वह नहीं चुका सकते तो लोन लिया ही क्यों? एप वालों ने घर आने से मना कर दिया। हरीश की छोटी बहन का कहना है 25 नवंबर को सुबह से लेकर शाम तक उसके पास कम से कम 7 से 8 फोन आए थे, सबने यहीं पूछा कि क्या आप हरीश हो जानते हो? हरीश ने हमसे लोन लिया हुआ है और वह चुका नहीं रहा है। तब परिजनों का माथा ठनका और फिर उनकी समझ में आया कि कहीं ना कहीं हरीश ने आत्महत्या इस लोन के जाल में फंसकर की है।
लोन उसने एक एप के माध्यम से लिया है। हमें जो भी नंबर मिले उसे ट्रू कॉलर पर देखा, तो कोई किसी नाम से रजिस्टर्ड है, कोई फाइनेंस के नाम से रजिस्टर्ड है। फिर हमें हरीश के एक दोस्त ने वाट्सएप ग्रुप का स्क्रीनशॉट भेजा। उस पर हरीश की फोटो लगी हुई थी और उस ग्रुप का नाम हरि नंद किशोर लिखा हुआ था।
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