कई प्रोजेक्ट हो जाएंगे पूरे, शहर को मिलेगी नई पहचान, लोगों को मिलेंगी कई नई सुविधाएं

विश्वव्यापी कोरोना महामारी के कारण 2020 में फरीदाबाद-पलवल जिले में चल रहे कई विकास कार्यों पर ग्रहण लग गया। लेकिन कोरोना से जैसे-जैसे हालात सुधर रहे हैं वैसे-वैसे विकास कार्यों की रफ्तार बढ़ने लगी है। अधिकारियों का कहना है कि वर्ष 2021 में कई सौगातें मिलेंगी। इससे जहां शहर की पहचान बनेगी, वहीं आम आदमी को सुविधाएं मिलने से उनकी जिंदगी आसान होगी। आइए जानते हैं कि इस साल क्या क्या सौगातें मिलेंगी।

बड़खल झील को पानी से भरकर फिर से गुलजार करने की राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी योजना पर कार्य तेजी से चल रहा है। इस प्रोजेक्ट को सरकार ने फरीदाबाद स्मार्ट सिटी लिमिटेड को सौंप दिया है। झील को भरने के लिए सेक्टर-21 में सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट लगाया जा रहा है।

करीब 20 करोड़ की लागत से बनने वाले इस प्लांट से पानी साफ कर उसे लाइन के जरिए झील में पहुंचाया जाएगा। दिसंबर 2021 तक यह प्रोजेक्ट पूरा हो जाएगा। झील भरने से एक बार फिर इस पर्यटन स्थल की रौनक बढ़ जाएगी।


सरकारी अस्पताल: सीएम अनाउंसमेंट के तहत ओल्ड फरीदाबाद अनाज मंडी के पास 35.74 करोड़ की लागत से मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल बनाया जा रहा है। इसमें निजी अस्पतालों की तरह सभी आधुनिक सुविधाएं मरीजों को मिलेंगी। शहरवासियों को यहां 5 रुपए में इलाज की सुविधा उपलब्ध होगी। 50 बेड के बनने वाले इस अस्पताल में रोज 500 से अधिक ओपीडी होगी। इसे 2021 तक पूरा करने का लक्ष्य है। इसके बनने से इस क्षेत्र के लोगों को बेहतर इलाज मिलने लगा।

ओल्ड रेलवे स्टेशन : दिल्ली एनसीआर के क्लास वन स्टेशन में शुमार फरीदाबाद ओल्ड रेलवे स्टेशन का नया भवन लगभग बनकर तैयार हो गया है। करीब 12.63 करोड़ की लागत से बनाए गए इस भवन का जल्द उद्घाटन होगा। साथ ही फोर्थ लाइन का प्रोजेक्ट भी पूरा हो जाएगा।

रेल अधिकारियों का कहना है कि कोरोना संकट खत्म होने के बाद जब भी लोकल रेल सेवाएं शुरू होंगी, यात्रियों को स्टेशन पर नई-नई सुविधाएं मिलेंगी। एक ही छत के नीचे सभी सुविधाएं उपलब्ध होंगी। मार्च 2021 तक इस भवन के शुरू होने से यात्रियों को यहां कई सुविधाएं मिलने लगेंगी।

बल्लभगढ़ का ऑडिटोरियम: अंबेडकर चौक के पास करीब 10 करोड़ की लागत से ऑडिटोरियम बनाने का काम युद्धस्तर पर जारी है। 60 फीसदी से अधिक काम पूरा भी हो गया है। अप्रैल 2021 तक इसे पूरा कर जनता के लिए समर्पित कर दिया जाएगा। इस ऑडिटोरियम में करीब 500 लोगों के बैठने की व्यवस्था होगी।

पलवल को भी मिलेंगी कई सुविधाएं

एलिवेटेड पुल: पलवल में नेशनल हाईवे-19 पर 200 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाले एलिवेटेड पुल का निर्माण कार्य नवंबर 2018 में शुरू हुआ, लेकिन बीच-बीच में कई बार बंद भी रहा। इससे समय पर निर्माण कार्य पूरा नहीं हो सका। इसका निर्माण कार्य 2019 में पूरा होना था। लेकिन अब एलिवेटेड पुल के वर्ष 2021 में बनकर पूरा होने की उम्मीद है।

रेलवे ओवब्रिज: पलवल-रसूलपुर व बामनीखेड़ा-हसनपुर मार्ग पर 24 व 32 करोड़ की लागत से बनने वाले रेलवे ओवर ब्रिज भी वर्ष 2021 में तैयार हो जाएंगे। रेलवे ओवरब्रिज बनने से बैंसलात सहित सैकड़ों गांवों के लोगों को आने-जाने में सहूलियत होगी। पुल बनने से सबसे ज्यादा फायदा बैंसलात एवं हसनपुर क्षेत्र के लोगों को होगा।

नेशनल स्टेडियम: पलवल-सोहना मार्ग पर स्थित घुघेरा गांव के निकट 30 एकड़ में आठ करोड़ की लागत से बनने वाले नेशनल स्टेडियम का नवंबर 2019 में निर्माण कार्य शुरू हुआ था। 2021 में निर्माण कार्य पूरा कर खेल विभाग को सौंप दिया जाएगा। स्टेडियम में 10 से 12 हजार दर्शकों के बैठने की सुविधा होगी।

इंडोर स्टेडियम : जिले के खेल प्रेमियों को वर्ष 2021 में खेल स्टेडियम के साथ ही नेताजी सुभाषचंद बोस इंडोर स्टेडियम की सौगात मिल जाएगी। इंडोर स्टेडियम का निर्माण 20 कनाल से अधिक भूमि पर 12 करोड़ रुपए की लागत से तैयार हो रहा है।



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पलवल. हाइवे पर बन रहे एलिवेटेड पुल के वर्ष 2021 में शुरू होने से शहर में लगने वाले जाम से मुक्ति मिल जाएगी।


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