सप्ताहभर में 2419 लोग पॉजिटिव, शुरू के ढाई माह में मिले थे महज 438

शहर में कोरोना के मरीज फिर तेजी से बढ़ रहे हैं। अनलॉक में मिली छूट के कारण लोग लापरवाही बरत रहे हैं। इसका नतीजा यह है कि कोरोना फिर से शहर को अपनी गिरफ्त में लेना शुरू कर दिया है। त्यौहारी सीजन में यदि सतर्कता नहीं बरती गई तो हालात बेकाबू हो सकते हैं। हेल्थ विभाग ने एडवाइजरी जारी कर लोगों से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने और मास्क लगाने का सुझाव दिया है।

देखने में आ रहा है कि बाजारों में न सोशल डिस्टेंसिंग का पालन हो रहा और न लोग मास्क लगा रहे। यही नहीं दुकानों से सेनिटाइजर गायब है। दुकानदार न खुद न सेनिटाइजर का प्रयोग कर रहे और न ग्राहकों को उपलब्ध करा रहे। यही नहीं सरकारी कार्यालयों में भी यही लापरवाही है। आंकड़ों पर नजर डालें तो सप्ताहभर में जिले में 2419 लोग संक्रमित हुए हैं।

जबकि शुरूआत में ढाई महीने में महज 438 लोग संक्रमित हुए थे। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि कोरोना को लेकर किस तरह लापरवाही बरती जा रही। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक जिले में कोरोना का पहला केस 16 मार्च को आया था। 31 मार्च तक संक्रमितों का आंकड़ा छह तक पहुंच गया था। जबकि एक अप्रैल से 30 अप्रैल तक संक्रमितों का आंकड़ा 61 तक पहुंच गया था।

31 मई तक संक्रमितों का आंकड़ा 371 तक हो गया था। इन आंकड़ों के देखकर स्वास्थ्य विभाग के पसीने छूट गए थे। जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की टीमों ने सभी जरूरी उपाए शुरू कर दिए थे शुरूआत में 400 संक्रमितों का आंकड़ा मार्च, अप्रैल, मई और जून महीने में पहुंचा था।

लेकिन अब तो एक दिन में ही 400 से अधिक संक्रमित केस आ रहे हैं। छह नवंबर को जहां 452 संक्रमित मिले थे वहीं सात नवंबर को यह आंकड़ा 421 का रहा। एक नवंबर से सात नवंबर तक सप्ताहभर में संक्रमितों का आंकड़ा 2419 तक पहुंच गया।

कोरोना से 24 घंटे में दो की मौत, 421 नए केस भी आए
कोरोना से 24 घंटे में शनिवार को दो मरीजों की मौत हो गई। जबकि 421 नए केस भी आए। इस दौरान ठीक होने वाले 262 मरीजों को घर भेज दिया गया। अब जिले में संक्रमितों का आंकड़ा 27714 व ठीक होने वालों का आकड़ा 25503 तक पहुंच गया। डिप्टी सीएमओ डॉ. रामभगत के अनुसार जिले में अभी तक 262177 लोगों के सैंपल लैब भेजे गए। इनमें से 234040 की निगेटिव रिपोर्ट आई है। जबकि 423 की रिपोर्ट आनी बाकी है। इस समय 405 लोग अस्पताल में दाखिल हैं। जबकि 1545 पॉजिटिव मरीज घरों पर आइसोलेट हैं।

लोगों की लापरवाही से हालात गंभीर होते जा रहे हैं। यदि अभी नहीं संभले तो और भी खराब स्थिति हो सकती है। कोरोना से बचना है तो स्वास्थ्य विभाग की गाइडलाइन का पालन करना होगा। सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर और मास्क लगाने से ही इससे बचाव संभव है।
डा. रणदीप पूनिया, सीएमओ फरीदाबाद

पुलिस और प्रशासन लापरवाह, बढ़ रहा खतरा
कोरोना मरीजों की संख्या में हो रहे तेजी से इजाफे का कारण पुलिस और प्रशासन की लापरवाही भी है। नगर निगम और पुलिस विभाग न शहर में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करा रहा है और न बगैर मास्क के लोगों के चालान काटे जा रहे हैं। सभी प्रमुख बाजारों एवं सार्वजनिक स्थलों पर लोगों को बगैर मास्क लगाकर घूमते देखा जा सकता है।



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फाइल फोटो


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