कांग्रेस ने कोरोना संक्रमण, कोरोना के उपचार, बचाव सहित परीक्षण मामले में दिल्ली की केजरीवाल सरकार को पूरी तरह से फेल होने का आरोप लगाया है। दिल्ली सरकार को निशाने पर लेते हुए पूर्व विधायक अल्का लांबा ने प्रेस वार्ता में कहा कि कोविड-19 मामलों के वास्तविक आंकड़ों को कम दिखाने छल कपट का सहारा ले रही है।
उन्होंने कहा कि प्रति मिलियन की संख्या पर 10,000 टेस्ट प्रतिदिन की जरूरत है, जबकि नवम्बर महीने में प्रतिदिन 2700 टेस्ट किए जा रहे है और पिछले 2 महीने से की जाने वाली टेस्टिंग संख्या एक समान ही है, वर्तमान कोविड आपातकाल में 83 प्रतिशत टेस्टिंग कम की जा रही है।
अल्का लांबा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी शुरु से ही आरटी-पीसीआर टेस्टों की मांग करती आ रही है, जबकि 1 से 24 नवम्बर के बीच कुल टेस्टों में 67 प्रतिशत टेस्ट रेपिड एंटीजन टेस्ट किए गए और इसी दौरान 4.11 लाख आरटी-पीसीआर टेस्ट में 28.6 प्रतिशत पॉजिटिव संक्रमित पाए गए।
लांबा ने कहा कि दिल्ली उच्च न्यायालय ने भी सितम्बर माह में दिल्ली सरकार की नाकामियों को उजागर करते हुए कहा कि आरटी-पीसीआर टेस्टों की संख्या बढ़ाई जानी चाहिए। लांबा ने गृहमंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री अरविन्द दोनों ने टेस्टिंग बढाने पर झूठ बोलने का आरोप लगाते हुए कहा कि दोनों की घोषणाओं के बावजूद भी जरूरत के हिसाब से टेस्ट नहीं किए जा रहे है और एक सप्ताह के बाद तक भी 10 प्रतिशत टेस्टों की संख्या नही बढ़ी।
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
from Dainik Bhaskar https://ift.tt/3fONGiB
0 टिप्पणियाँ