महापौर के आसन का स्टीकर फाड़ा, नेता विपक्ष 15 दिन के लिए निष्कासित

दक्षिणी दिल्ली नगर निगम की सदन की बैठक में गुरुवार को जमकर हंगामा हुआ। इस दौरान नेता विपक्ष प्रेम चौहान ने महापौर के आसन पर लगा स्टीकर फाड़ दिया। इस घटना की निंदा करते हुए महापौर अनामिका ने प्रेम चौहान को 15 दिन के लिए सदन से निष्कासित कर दिया है। इससे पहले भी सदन की बैठक में प्रेम चौहान महापौर के सामने कुर्ता फाड़ चुके हैं। दरअसल सदन की बैठक शुरू होते ही प्रेम चौहान ने सदन में अपनी बात रखने के लिए समय मांगा। वहीं महापौर ने कहा कि जब आपका नंबर आएगा तब अपनी बात रखना। इसपर नेता विपक्ष ने हंगामा शुरू कर दिया। इसके बावजूद सदर देर शाम तक चलती रही।
नियमों का उल्लंघन किया सस्पेंड-प्रेम चाैहान
दक्षिणी दिल्ली नगर निगम नेता विपक्ष प्रेम सिंह चौहान ने कहा कि सदन की कार्यवाही में 2 मुद्दे डीडीसी कर्मचारियों को वेतन देने और उत्तरी नगर निगम का 2137 करोड रुपए दक्षिणी नगर निगम पर बकाया है, उसको देने की मांग उठाने की कोशिश की। लेकिन मेरी बात को बीच में काट दिया और मुझे बोलने नहीं दिया। उन्होंने कहा सदन की कार्यवाही के मुताबिक पहले नेता विपक्ष को बोलने का मौका दिया जाता है।

जबकि इस बार सभी नियम कानूनों को ताक पर रखकर मुझे नहीं बोलने दिया गया। इसका विरोध किया कि नियमों को तोड़ा जा रहा है, तो मुझे धमकाने की कोशिश की गई और कोई बात ना बनते देख, नियमों का उल्लंघन करते हुए मुझे सस्पेंड कर दिया गया। उन्होंने कहा आप हमें सस्पेंड कर दीजिए, जेल में डाल दीजिए या फांसी पर चढ़ा दीजिए, कर्मचारियों के हक की आवाज उठाते रहेंगे।
निगम कोरोना योद्धाओं को एक करोड़ दें दिल्ली सरकार
सदन की बैठक में हंगामे के बीच कांग्रेस के पार्षद अभिषेक दत्त ने निगम के कोरोना योद्धाओं के लिए दिल्ली सरकार द्वारा एक करोड रुपए दिए जाने का मुद्दा उठाया। अभिषेक दत्त ने बताया कि इससे पहले उन्होंनें दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को सोशल मीडिया पर लिखकर निगम के कोरोना योद्धाओं को एक करोड रुपए दिए जाने की मांग की थी।

साउथ एमसीडी, नॉर्थ एमसीडी का 2137 करोड़ रुपए वापस करे: आप

आम आदमी पार्टी (आप) के वरिष्ठ नेता दुर्गेश पाठक ने कहा कि एक तरफ भाजपा शासित एमसीडी के कर्मचारी अपने वेतन और पेंशन की मांग को लेकर सिविक सेंटर पर धरना दे रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ साउथ एमसीडी, लंबे समय से नार्थ एमसीडी से लिए 2137 करोड़ रुपए उसे वापस नहीं कर रही है। अगर साउथ एमसीडी, नार्थ एमसीडी से लिए पैसे वापस कर दे, तो सभी कर्मचारियों के वेतन और पेंशन का मसला ही समाप्त हो जाएगा।

पाठक ने कहा कि साउथ एमसीडी में आप के नेता विपक्ष प्रेम सिंह चौहान ने सदन में 2137 करोड़ रुपए वापस लौटाने का मुद्दा उठाने की कोशिश की, लेकिन उन्हें बोलने नहीं दिया गया और निलंबित कर दिया गया। उनका निलंबन गलत और अलोकतांत्रिक है, भाजपा नेता हमें निलंबित कर दें, हटा दें, लेकिन कर्मचारियों का वेतन दे दें।

दोनों एमसीडी में भाजपा की सत्ता है और उसी के मेयर हैं, दोनों मेयर आमने-सामने बैठते हैं, फिर भी नार्थ एमसीडी ने साउथ एमसीडी से अपने करोड़ों रुपए कभी नहीं मांगा। दुर्गेश पाठक ने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता से मांग की है कि वे दोनों एमसीडी को बुलाएं और साउथ एमसीडी से नार्थ एमसीडी को जल्द से जल्द लिए 2137 करोड़ रुपए वापस करने के लिए कहें।



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